Nucleus
खोज – Robert Brown ने
Position - यह लगभग सभी कोशिकाओं में पाया जाता है
किन्तु परिपकव्व चालनी नलिकाओं , मनुष्य की RBC तथा Prokaryots कोशिका में नहीं
पाया जाता है , केन्द्रक के अधार पर कोशिका Mononucleate, Binucleate, Polynucleate हो सकती
है
जैसे – Binuclate – Paramicium , Liver
Polynucleate – Animal – Plasmodium इन्हें Syncytia कहते है
Plant में – Vouchariya – में इन्हें
Coenocyte कहते है
Note- Acetabulariya में केन्द्रक आधारीय
स्थिति में पाया जाता है |
Shape ( आकृति ) – इसकी आकृति बदलती रहती है सामान्यतया यह
Spherical दिर्घवृत्ताकार, पालित अथवा चपटा
होता है
Nutrophills
– में – Trilobed (त्रिपालित)
Serm
में – भला कार (Lanceolate) घोड़े की नाल के समान , पालिवत , अनियमित आकार का होता
है |
Shize ( आकार ) - इसका आकार DNA की मात्रा के आधार पर
बदलता रहता है , गुणसूत्रों की संख्या के आधार पर इसका आकार छोटा या बड़ा हो सकता है , प्रत्येक cell में
केन्द्रक का आयतन व् कोशिका द्रव्य के अनुपात में एक निश्चित अनुपात होता है इसे Nucleoplasmic
Index कहते है | इसे Hurtwig ने दिय था |
इसके अनुसार –
NP
= Nucleoplamic Index
Vn
= Volume of Nucleus
Vc=
volume of Cytoplasm
Ultra Structure of Nucleus – Nucleus
को निम्न भागो मे विभक्त किया जा सकता है –
1. Nuclear Membrane or Karyotheca
2. Nucleoplasm or karyolymph/ Nuclear sap
3. Chromatin
4. Nucleolus
1- Nuclear Membrane -
( Hurtwig ने अदधयन किया) –
ü यह झिल्ली Nucleoplasm को Cytoplasm से अलग करती है , यह दो Unit Membrane
, Outer membrane or Inner membrane से
मिलकर बनि होति है , तथा
ü प्रत्येक Membrane 75 A0 – 90
A0 मोटि होति है , जो Lipoprotien
कि बनि होति है | इनके मध्य 100 A0 – 150 A0
चौड़ा Perinuclear Space पाया जाता है, |
ü बाह्य भित्ति आंतरिक भित्ति से मोटी होति
है तथा इस पर Ribosome उपस्थित होते है जिसके कारण यह खुरदरी होती है यह E.R. से
जुडी होति है |
ü आंतरिक झिल्ली पर एक समान मोटाई की (300
A0) Fibrous Lamina पाई जाती जिसे Dense Lamina कहते है |
ü Nuclear Membrane में अनेक सूक्ष्म छिद्र पाए जाते है
जिन्हें Nuclear Pore कहते है यह छिद्र
Octagonal होते है इनका व्यास 400 A0 – 1000 A0 तक हो सकता
है, तथा प्रत्येक छिद्र 1500 A0 की दूरी पर स्थित होता है,
ü यह छिद्र वृत्ताकार, वलायिकावो (Annulas)
द्वारा घिरा होता है , छिद्र तथा Annulas
दोनों मिलकर pore complex बनाते है |
ü pore complex 8 कणीकाओं से मिलकर बना
होता है यह कणीकाएं cytoplasm तथा nucleoplasm दोनों तरफ पाई जाती है ,
ü छिद्र के अन्दर की तरफ central granule
पाया जाता है जिससे 30 A0 व्यास वाले पतले तंतु निकलकर परिधि से जुड़े
होते है और पहिये नुमा सरचना बनाते है इन छिद्रों पर protien युक्त सघन पदार्थ
उपस्थित होता है |
ü छिद्रों द्वारा पदार्थों का exchange
होता है , छिद्रों के चारो और पाई जाने वाली annulas वृहद अणुओं की size तथा
रासायनिक प्रकृति के अनुसर उनका नियमन करती है
Origin of nuclear membrane – यह E.R. से उत्पन्न होति है , cell
division के समय telophage अवस्था में E.R. की पुटिकाएं ( cisternae) गुणसूत्रों
के समूह के चारों और इकट्टा होकर fuse हो जाती है तथा nuclear membrane बनाती है
Function of nuclear membrane –
1- cytoplasm व nucleoplasm के बीच पदार्थों
का transfer करती है
2- nucleus में होने वाली जीन क्रियाओं तथा
cytoplasm में होने वाली विभिन्न क्रियाओं में समन्वय बनाये रखती है |
2-
Nucleoplasm / karyolimph
ü केन्द्रक में पाया जाने वाला पारदर्शी ,
अर्ध तरल , कणीकामय समांगी matrix या पदार्थ nucleoplasm कहलाता है
ü इसमें chromatin fiber , nucleo protien
कण तथा nucleolus ribosome आदि आदि निलम्बित suspended होते है
ü इसमें histone और non –histone protien ,
खनिज पदार्थ जैसे – Ca, mg, Na, K, Fe, Mn etc. उपस्थित होते है इसके अलावा मुख्य
enzyme जैसे DNA RNA polymarase , dipeptidase आदि उपस्थित होते है |
Function –
1- विभिन्न एंजाइमो की सक्रियता बनाए रखना
2- पादप cell में spindle apparatus के
formation में भाग लेना
3- इसमें DNA replication, transcription तथा
एनी क्रियाएँ संपन्न होति है
3- chromatin –
ü केन्द्रक में DNA विशिष्ट प्रकार की
protien के साथ मिलकर जटिल संरचना निर्मित करता है जिसे chromatin कहते है |
ü chromatin में डीएनए / RNA histone protien
(क्षारीय protien ) तथा non histone protien (अम्लीय protien ) उपस्थित होति है
ü यह धागे नुमा संरचना होति है जिसे
chromonemeta कहते है, जो आपस में गुंथकर एक जाल जैसी सरचना बनाते है , यह acidic
dye से गहरे तथा basic dye से हल्के अभिरंजित होते है
chromatin दो प्रकार के होते है
1- Euchromatin
2- Heterochromatin
1- Euchromatin – यह सूक्ष्म धागों के रूप में
फैली होति है जो रंगने पर हल्का रंग लेती है तथा अनुवांशिक रूप से सक्रीय भाग होता
है
2- Heterochromatin- यह अधिक संघनित भाग होता
है जो रंगने पर गहरा रंग लेता है तथा अनुवांशिक रूप से कम सक्रीय भाग होता है
इस क्षेत्र में अनेकों मोटी जैसी सरचनाये
पाई जाती है जिन्हें chromomeres कहते है इस क्षेत्र में DNA कम व RNA अधिक मात्र
में पाया जाता है
यह गोलाकार अंडाकार , acidophilic संरचना होती है, यह कला रहित
सघन संरचना होति है , इसे pyronine से अभिरंजित किय जाता है |
Size – केन्द्रिक के आकार का सम्बन्ध कोशिका में
होने वाली संशलेशी क्रियाओं से होता है , जिन कोशिकाओं में संस्लेशी क्रियाये नहीं
होति है, उनमे केन्द्रिक अनुपस्थित हो सकता है , तथा जिन cell में संशलेशी
क्रियाएँ कम होति है उनमे केन्द्रिक का आकर छोटा हो सकता है , किन्तु जिन cell में protien व अन्य पदार्थों का
संस्लेषण होता है उनमे nucleolus बड़ा होता है, |
Number- nucleolus की संख्या cell के केन्द्रक
में पाई जाने वाले गुणसूत्रों की संख्या पर निर्भर होता है , अगुणित cell में nucleolus
की संख्या एक होती है जबकि मानव की 2n somatic cell में दो nucleolus तथा
amphibian के अंडाणु में सेंकडो nucleolus पाए जाते है |
Position – अधिकांशतः nucleolus निश्चित स्थान पर
पाए जाते है, इसका सम्बन्ध NOR ( nuclear organizer region ) से होता है यह
chromocenter ( Heterochromatic center ) में अथवा इसके समीप पाया जाता है nucleolus
अधिकतर nuclear membrane से संलग्न रहता है |
Ultra Structure of nucleolus – यह दो भागों से मिलकर बना होता है-
1- Amorphous part ( अक्रिस्टलीय भाग )
2- Filamantous part – ( तंतुमय भाग )
1- amorphous part – इलेक्ट्रान सूक्ष्म
दर्शी से देखने पर इसमें चार भाग दिखाई देते है
a- Granular Zone – इसमें 15 से 20 nm size
की ribonucleo protien कणिकाए matrix में बिखरी होति है यह कणिकाएं precursor होति
है
b- Fibrilar part – यह भी ribonucleo
protien से बने 5 – 10 nm आकार के लम्बे रेशे होते है , जो granuls के precursor
होते है
c- amorphous protien matrix – (अक्रिस्तलिय
protien अधात्री ) – यह केवल protien से निर्मित होता है जिसमे fibrils और
granules पड़े होते है |
d- nuclear chromatin – यह दो भागों में बंटा
होता है – बाहरी chromatin भाग perinucleolar chromatin तथा nucleolus के भीतर स्थित नालिकीय भाग
intanucleolar chromatin कहलाता है
2- Filamentous part – इसे nucleolema भी
कहते है , यह डीएनए द्वारा निर्मित स्थाई संरचना होति है जो NOR से निकलती
है , prophase अवस्था में यह nuclear region में सिमट जाता है तथा telophase
अवस्था में यह NOR से पुनः प्रकट होता है तथा fibrilar और granular part से घिर
जाता है , यह पदार्थ सूक्ष्म nuclear bodies के रूप में मुक्त होता है और NOR के
साथ ही इकट्टा हो जाता है , अतः nucleolus का
prophase में विलुप्त होकर interphase में प्रकट होना nucleolar cycle ( केन्द्रिक चक्र )
कहलाता है |
Chemical
composition of nucleolus-
ü इसमें केन्द्रक में पाए जाने वाले कुल
RNA का 3 – 20 % भाग RNA पाया जाता है ,
ü इसमें 70 – 80 % phosphoprotein उपस्थित
होति है
ü इसमें histone protien अनुपस्थित होति है
ü इसके चारों और DNA की ring पाई जाती है
ü इसमें कुछ enzyme जैसे – acid
phosphatase nucleoside phosphorylase तथा NAD सस्लेषण वाले enzyme पाए जाते है |
Biogenesis of nucleolus - nucleolus haploid set के एक या दो chromosome द्वारा निश्चित स्थान
पर बनता है , इन chromosome को nucleolar chromosome कहते है, मानव में 13, 14, 15,
21, तथा 22 number के गुणसूत्र nucleolus के निर्माण में भाग लेते है , इन
chromosome का nucleolus के निर्माण में भाग लेने वाला क्षेत्र nucleolar organizer
/ zone कहलाता है , इसमें RNA के 18s व 28s
जीन पाए जाते है
Function of nucleolus –
1-
r- Rna का निर्माण करना (80%)
2-
ribosome का biogenesis करना
3-
histone protein का संश्लेषण करना
4-
केन्द्रक की क्रियाशीलता के लिए उर्जा प्रदान
करना
5-
कोशिका विभाजन में भाग लेना
5- Endosome – यह केन्द्रक द्रव्य में
पाई जाने वाली nucleolus से छोटी chromatin संरचानाये है इनकी संरचना बदलती
रहती है
chemical
composition of nucleus – केन्द्रक मुख्य रूप से nucleic acid और protein
से बना होता है इसके आलावा इसमें विभिन्न प्रकार के enzyme तथा अकार्बनिक लवण भी
उपस्थित होते है, nucleic अम्ल व protein मिलकर nucleoprotein कहलाते है ,
(1) nucleoprotein
– इसे तीन भागों में बांटा गया है –
a- कम
आणविक भार वाली क्षारीय protein – इसमें कम अणुभार की histone व protamines
protein पाई जाती है जो डीएनए से सम्बंधित होति है, histone मुख्यतः arginine ,
lysine, व histidine amino acid से बनि होति है जबकि protamines में arginine
अनुपस्थित होता है यह chromosome के रखरखाव व जनन में भाग लेती है|
b- अधिक
अणुभार वाली अम्लीय protein – अधिकांशतः यह phospho protein होति है जो tryptophan
व tyrosin amino acids से बनि होति है , यह गुणसूत्रों के बाहर पाई जाती है और
विशिष्ठ उपापची क्रियाओं में भाग लेती है
c- nucleic
acid – यह chromatin का सबसे important part होता है जो deoxyribonucleic acid
(DNA) व ribonucleic acid (RNA) होता है DNA की मात्रा केन्द्रक के शुष्क भार
की 15 – 30 % होति है , जबकि RNA nucleolus के शुष्क भार का 8 -10 % होता है nucleolus
में 90 % अम्लीय protein पाई जाती है |
(2) enzyme – केन्द्रक में अनेक enzyme जैसे diphospopyridine-nucleotide-synthetase,
nucleoside phosphorylase ribonuclease, DNA polymerase, Adenosine diamines,
piruvate kinase NAD, ATP आदि महत्वपूर्ण enzyme उपस्थित होते है |
(3) inorganic
साल्ट – nucleoplasm में अकार्बनिक लवण जैसे Na, Ca, Mg, Fe, Zn आदि लवण के रूप में पाए जाते है यह protein तथा
enzyme से जुड़े होते है, इनकी मात्रा अत्यंत सूक्ष्म होति है किन्तु यह जैविक
क्रियाओ के लिए महत्वपूर्ण होते है
(4) lipid
– इसमें lipid lipoprotien or phospholipid के रूप में पाया जाता है lipid
केन्द्रक के कुल भार का 3-10% होता है यह
दो प्रकार के होते है
1-
phospholipid of nuceleolus
2-
phospholipid of chromosome